बेटी की पहचान | सोनिया सुधीर सन्धु

कोई कहता है बेटी महान
कोई कहता है बेटी अपमान
क्या है, बेटी की पहचान |
दुनिया चली दिलाने मान
मान तो मिलता पर…
खोनी पड़ती असली पहचान |
कभी बेटी, कभी बहन
कभी पत्नी, कभी माँ
कहाँ है उसकी असली पहचान |
जीती जीवन अपना बनकर
दुसरो की पहचान |
चला समाज नेताओं के साथ
चले मनाने बेटी को महान
दिलाने उसको नयी पहचान |
नारे लगाते ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओं’
कोई ना जाने उसके सपने
कोई ना जाने उसकी उड़ान
क्या कोई जानता उसकी असली पहचान |
ना बोलो भारत माता की विवाद खड़ा हो जाता हैं
क्या कोई तब माता का असली मतलब समझाता हैं |
ऐसा मिला सम्मान, ऐसी मिली पहचान |

सोनिया सुधीर सन्धु
काठ कलन, हरियाणा, इंडिया

Spread the love

5 thoughts on “बेटी की पहचान | सोनिया सुधीर सन्धु

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *